lyrics shiv chalisa Secrets
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चित्रकूट के घाट-घाट पर, शबरी देखे बाट - भजन
नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
शिव चालीसा का पाठ पूर्ण भक्ति भाव से करें।
हंसानन गरुड़ासन वृषवाहन साजे ॥ ॐ जय शिव…॥
राधा चालीसा - जय वृषभान कुंवारी श्री श्यामा
जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्तवास शिवपुर में पावे॥
इनमें से सोमवार को भगवान शिव की पूजा में क्या चढ़ाना शुभ होता है?
शंकर हो check here संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥
सब सुख लहै तुम्हारी सरना। तुम रच्छक काहू को डर ना।।
ॠनिया जो कोई हो अधिकारी। पाठ करे सो पावन हारी॥
शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥
Glory to Girija’s consort Shiva, who's compassionate for the destitute, who always safeguards the saintly, the moon on whose forehead sheds its beautiful lustre, and in whose ears are classified as the pendants on the cobra hood.
अपना मुंह पूर्व दिशा में रखें और कुशा के आसन पर बैठ जाएं।
अस्तुति केहि विधि करौं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥